आओ चलें वन की ओर
क्या आप जानते हैं?
भारत के करीब डेढ़ लाख गांवों में लगभग 9 करोड वनवासी आज भी है. जिन्हें हमारे प्यार व सहारे की आवश्यकता है।
इन्हीं वनवासी छात्रों कि शिक्षा हेतु आदिवासी इलाकों में चलाई जा रही 36 स्कूलों के नित्य प्रतिदिन के लागत के सहायतार्थ. हमने कई योजनाएं प्रारम्भ की है। ताकि इन स्कूलों का. सहजता के साथ और अधिक विस्तार हो सके।
बहनों जब हम आप यह चाहते हैं कि हमारे बच्चे प्राइमरी से सेकेंडरी स्कुल में जाएं. तो उन वनवासी बच्चों को प्राइमरी से सेकेंडरी स्कुल तक पढ़ने का हमारा प्रयास होना अति आवश्यक है।
आईए इस महान कार्य में सहयोग हेतू अपना हाथ आगे लाएं एवं औरों को भी आगे आने की प्रेरणा दें।
क्या आप जानते हैं?
भारत के करीब डेढ़ लाख गांवों में लगभग 9 करोड वनवासी आज भी है. जिन्हें हमारे प्यार व सहारे की आवश्यकता है।
इन्हीं वनवासी छात्रों कि शिक्षा हेतु आदिवासी इलाकों में चलाई जा रही 36 स्कूलों के नित्य प्रतिदिन के लागत के सहायतार्थ. हमने कई योजनाएं प्रारम्भ की है। ताकि इन स्कूलों का. सहजता के साथ और अधिक विस्तार हो सके।
बहनों जब हम आप यह चाहते हैं कि हमारे बच्चे प्राइमरी से सेकेंडरी स्कुल में जाएं. तो उन वनवासी बच्चों को प्राइमरी से सेकेंडरी स्कुल तक पढ़ने का हमारा प्रयास होना अति आवश्यक है।
आईए इस महान कार्य में सहयोग हेतू अपना हाथ आगे लाएं एवं औरों को भी आगे आने की प्रेरणा दें।