Friday, 14 February 2014

बहना! तुमसे है कुछ कहना

सुप्रसिद्ध विचारक व कौंसलर  
श्री युगराज जैन द्वारा 
द्वारा  
विभिन्न स्कूलों मे आयोजित पांच 
संस्कार संरक्षण शिविर 
श्री श्री ठाकुर  (शुभम के आदर्श स्तम्भ)






श्री युगराज जैन 
परिचय कराती शुभम की सलाहकार डॉ मंजीत कौशल कौर




















श्री युगराज जी दायें से शुभम की संचालक पुष्पा बजाज केंद्रीय विद्यालय के अध्यापक एवं शुभम की सलाहकार 



युगराज जी के साथ बाएं सेशुभम की उपाध्यक्षा पिंकी चाचन एवं वंदना चौधरी दायें से सचिव ऋतू अगरवाल अध्यक्षा पुष्पा बजाज एवं सहसचिव कनक गोएल









शुभम चेरिटेबल एसोसिएसन द्वारा दिनांक 18 अगस्त से 20 अगस्त तक शिलांग शहर के विभिन्न स्कूलों में  संस्कार संरक्षण शिविर का आयोजन किया गया । जिसमे लगभग ८०० छात्राओं ने लाभ उठाया.
शुभम पिछले कई वर्षों से सेवा संस्कार संस्कृति साहित्य व सुशिक्षा के लिए मेघालय प्रान्त में काम करता आया है अपने काम के दौरान हमने गहराई से महसूस किया समाज में हर काम होता आया है लेकिन संस्कार संरक्षण की दिशा में बहुत कुछ करना है।
आप और हम सभी जानते हैं कि भारतीय समाज को एक आदर्श समाज के रूप में पूरे विश्व में देखा जाता है और वह इस लिए कि हमारी माताएं और बहनों ने अपने संस्कार संस्कृति अपने मान सम्मान को उंचा रखने के लिए बड़ा से बड़ा त्याग किया और इतिहास में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई।दुर्भाग्यवश आज उसी देश में कुछ और ही हो रहा है। आज हमारे समाज की अपनी बेटियॉं तंग कपडे. फैशन परस्ती. संस्कार विहिनता का ही प्रसार करती दिखती है. जिसके दुखद परिणाम हम सबके सामने हैं : बेमेल विवाह और विवाह उपरान्त भी मर्यादा का उल्लंघन या तलाक।
यह समस्या किसी एक परिवार या व्यक्ति की नहीं है।यह समस्या पूरे समाज की है। और इस समस्या के लिए हम सबको आगे आना है। यूं तो संस्कारों को जीवंत रखने का काम घर की ही होता है. परन्तु घर द्वारा जब यह जिम्मेवारियां पूरी नहीं हो पा रही. तो आज आवश्यकता है सामाजिक संस्थाओं और विद्यालयों द्वारा ही शुरूआत की जाए। हमारी बेटियां बचेंगी तो घर बचेगा घर बचेगा तभी समाज बचेगा समाज बचेगा और तभी राष्ट्र बचेगा। बेटियों के संस्कार संरक्षित नहीं होंगे तो सुसंतान कहॉं से आएगी? अगर हम सबने मिलकर इसका विचार नहीं किया तो “बाल्यवस्थाकी” इस समस्या का स्वरूप बहुत ही भयानक हो जाएगा। इसी समस्या के निवारण हेतू पिछले बरस से शुभम द्वारा लड़कियों के लिए नियमित काउंसलिंग सेवा उपलब्ध कराई गई।जिसमें भाग लेने वाली लडकियों के नाम व उनकी समस्याओं को गोपनीय रखा जाता है।बहुत सी लड़कियों ने इस सेवा का लाभ उठाया है।
शुभम के नेतृत्व ऐसे और भी अनगिनत प्रश्नों के निवारण हेतू राष्ट्रपति व अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा अनगिनत सम्मान से विभूषित. कर्मठ. समाज सेवी. रंगमंच कलाकार. कवि व गायक श्री युगराज जैन द्वारा “संस्कार संरक्षण शिविर” का आयोजन किया गया ।
श्री युगराज जी जैन ने अपने संस्कार निर्माण शिविर के माध्यम से हजारों परिवार की समस्या को न केवल सुलझाया है बल्कि युवा बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने में एक महत्वपूर्ण योगदान किया है।